💢 देसी गाली शायरी | 20 Gali Sayari in Hindi
तेरे जैसे हरामखोरों को तो टोपी भी नहीं मिलती,क्योंकि औकात से ज़्यादा अकड़ लिए फिरते हो गधे कहीं के। हर बात पे उछलता है जैसे भाँग पी आया हो,चुप बैठ…
तेरे जैसे हरामखोरों को तो टोपी भी नहीं मिलती,क्योंकि औकात से ज़्यादा अकड़ लिए फिरते हो गधे कहीं के। हर बात पे उछलता है जैसे भाँग पी आया हो,चुप बैठ…
तेरे जैसे कमीने पे तो शरम भी शर्मा जाए,साले तू इंसान नहीं, गलती से पैदा हो गया भाई! जिसे देख के कुत्ते भी दूर भाग जाएं,तू वो बला है जिसे…